Indicators on हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे You Should Know

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हल्दी को कैसे खाएं? हल्दी को आप अपने भोजन में रंग व स्वाद लाने, गर्म दूध व पानी के साथ भी ले सकते हैं। सीधे हल्दी का सेवन आमतौर पर नहीं किया जाता है। हल्दी ज्यादा खाने से क्या होता है? हल्दी ज्यादा खाने से गर्भवती स्त्रियों को गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर को बहुत कम कर देता है। चोट पर हल्दी का प्रयोग क्यों करते हैं?

भारत का शायद ही ऐसा घर है । जहां हल्दी का इस्तेमाल न किया जाता हो । वह हमारी खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाती, वह शरीर के समस्याओं को भी दूर करने में मदद करती है । हल्दी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करती हैं । वह शरीर की सूजन को दूर करती है । शरीर में निखार लाती है । हड्डियों को मज़बूत बनाती हैं । इसलिए आज हम आपको हल्दी के फायदे बताने जा रहे हैं ।

हल्दी का उपयोग आप फेसपैक और उबटन के तौर पर भी कर सकते हैं।

खाली पेट नीम और हल्दी खाने के फायदे क्या हैं? इस लेख में सद्‌गुरु बता रहे हैं की नीम कैंसर की कोशिकाओं (सेल्स) से लड़ सकता है, और हल्दी से हमारी त्वचा में चमक आ सकती है।

पिसी हुई हल्दी को तेल में मिलाकर गर्म कर लीजिए फिर इसको रूई में लगाकर घाव पर पट्टी बांध लीजिए घाव भर जाएगा।

हल्दी वाला पानी पीने के कई फायदे हैं। हल्दी में पाया जाने वाला कुर्कुमिन तत्व सूजन और जोड़ों में होने वाले असाह्य दर्द को ठीक कर देता है। सूजन की अचूक दवा है हल्दी का पानी। सुबह उठने के तुरंत बाद हल्दी वाला गुनगुना पानी पीने से पेट और छाती की जलन कम होती है। जिन्हें सुबह उठते के साथ ही पेट में जलन होती है, उन्हें हल्दी पानी पीने से आराम मिलेगा। जिन्हें एसिडिटी की समस्या रोजाना रहती है, उन लोगों को यह पानी रोजाना पीना चाहिए। 

चाय में विशेष घटक जैसे कि पॉलीफेनोल्स होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं, लेकिन प्रभावी होने के लिए इन बायोएक्टिव यौगिकों की पर्याप्त मात्रा की आवश्यकता हो सकती है.

पाचन क्रिया खराब होने की वजह से मुँह में छाले हो जाते है। हल्दी में उष्ण गुण होते है। जिससे पाचकाग्नि को ठीक करने में मदद मिलती है। हल्दी मुँह के छालों को जल्द ही ठीक कर देती है।

अगर हड्डी टूट गई हो और प्लास्टर बना हो तो हल्दी का नियमित सेवन करने से बहुत लाभ होता है।

इसके अलावा हल्दी एक मूत्रवधक होती है जिसकी वजह से शरीर में मौजूद अनचाहे पदार्थ मूत्र में बाहर निकल जाते हैं।

आयुर्वेदिक परंपरा में हल्दी दूध को एक बेहतरीन रक्त शोधक माना जाता है। यह शरीर में रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है।

आपके अंदर इतने जीवों का निवास है जितनी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। इनमें से अधिकांश बैक्टीरिया हमारे लिए मददगार होते हैं।

हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देती है। फ्री रेडिकल्स स्किन एजिंग के लिए जिम्मेदार होती हैं। रोजाना हल्दी वाला पानी पीने से आपकी त्वचा अधिक चमकदार, स्वस्थ और यंग दिखाई देती है।

हलदी की तासीर गर्म होती है यह हमे शक्ति देती है और more info निरोग रखती है।इसके सेवन करने से बुढ़ापा दूर रहता है और रोग लम्बे समय तक पास नही रहता।

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